पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (बादल) भाजपा को झटके पे झटका दे रहा है। बता दें कि अभी कुछ समय पहले ही अकाली दल ने भाजपा से 23 साल पुराना गठबंधन तोड़कर भाजपा को पंजाब में बहुत बड़ा झटका दिया है। आजकल अकाली दल बादल की तरफ़ से भाजपा के कई सीनियर वर्करों को भाजपा से तोड़कर अकाली दल बादल में शामिल करने का कार्यक्रम चल रहा है। अभी कुछ दिन पहले ही जालंधर से भाजपा के सीनियर नेता व गऊ सेवा कमिशन के चेयरमैन कीमती भगत को भाजपा से तोड़कर अकाली दल बादल में शामिल किया गया है।
बता दे कि सूत्रो अनुसार अब अकाली दल बादल की निगाहें नार्थ विधानसभा हल्का जालंधर में एक हिन्दु चेहरे की तलाश में हैं। माना जा रहा है कि यदि एक अछि और साफ़-सुथरी छवि वाला हिन्दु चेहरा अकाली दल बादल को मिलता है, तो 2022 विधानसभा चुनाव में मुकाबला कांग्रेस, अकाली दल बादल और भाजपा में तीकोणा और रोमांचक होने की पुरी-पुरी संभावना है । ऐसी स्थिति में शिरोमणि अकाली दल बादल की निगाहें सबसे पहले भाजपा के सीनियर नेता नवल किशोर पर जा रही है।
ध्यान रहे कि भाजपा नेेता नवल किशोर ने 1997 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार अवतार हैनरी के चुनावी छके-छुड़ा दिए थें। हैनरी को करारी टकर देते हुए नवल किशोर बहुत कम वोटों से हारें थे। हालांकि भाजपा नेता नवल किशोर अनुसार उनकों अभी तक शिरोमणि अकाली दल बादल की तरफ़ से कोई मेसेज नहीं आऐया। और ना ही उनका अकाली दल बादल में जानें का कोई इरादा है।
बता दे कि राजनीति में कोई भी नेता अपने दिल की बात साफ़-साफ़ नहीं बताता। बहुत जल्द सच्चाई सबके सामने आनें वालीं हैं।