कृषि क़ानून 2020 के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने बुराड़ी जाने से मना कर दिया है। उनका कहना है कि बुराड़ी खुली जेल की तरह है। किसान संगठन और भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि बातचीत के लिए रखी गई शर्त किसानों का अपमान है। हम बुराड़ी कभी नहीं जाएंगे, बुराड़ी ओपन पार्क नहीं है एक ओपन जेल है।
नए कृषि क़ानूनों को लेकर आंदोलनकारी किसानों का विरोध-प्रदर्शन लगातार जारी है। किसानों ने गृहमंत्री अमित शाह के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। किसानों का कहना हैं कि अब हम बुराड़ी पार्क में बिलकुल नहीं जाएंगे। हम ओपन जेल में जाने की बजाय 5 मेन मार्ग जाम कर दिल्ली की घेराबंदी करेंगे। सिंधु बॉर्डर पर किसानों ने प्रदर्शन तेज करने का आह्वान करते हुए कहा कि 1 दिसंबर से राज्यों में भी प्रदर्शन शुरू होगा। किसान संगठनों ने सरकार को किसानों से बातचीत के लिए शर्त न लगाने की नसीहत दी है।