जालंधर से कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता एवं पूर्व पार्षद श्री दिनेश ढल (काली) का कहना है कि नए कृषि क़ानून के खिलाफ दिल्ली में पिछले 30 दिनों से धरना-प्रदर्शन ज़ारी है, और इस धरना-प्रदर्शन में लगभग 48 के करीब किसानों की मौत हो चुकी है।
धरना-प्रदर्शन में किसानों की बढ़ती संख्या और आपसी भाईचारे को केंद्र सरकार धीरे-धीरे बदनाम करने की कोशिश कर रहीं है। केंद्र सरकार किसान विरोधी काले क़ानून को वापिस लेने की बजाय किसानों को दंडित और परेशान करना चाहतीं है, साथ ही केंद सरकार नए कृषि क़ानून पर किसान संघर्ष मोर्चा एवं जत्थेबंदीयो को बातचीत में उलझाये रखना चाहतीं है। मोदी सरकार किसानों को देश और दुनिया की नज़रों में बदनाम और ज़िद्दी बताना चाहतीं है। जबकि सच्चाई यह है कि केंद्र की मोदी सरकार खुद ज़िद्दी और घमंडी है। जो हमारे देश भर के किसानों के लिए अस्वीकार्य तीन कृषि क़ानूनों को रद्द करने से इन्कार कर रही है। दिनेश ढल (काली) के अनुसार किसान हमारे देश का अन्नदाता है। हम तीन कृषि क़ानूनो के खिलाफ किसानों को पुर्ण समर्थन करते है।