Chandhigarh :- पंजाब में आए दिन भाजपा वर्करों व नेताओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। भाजपा का कहना हैं कि यह हमले किसानों के भेष में कुछ शरारती तत्व कर रहे हैं। और पंजाब सरकार इन हमलों को रोकने में असफल हो रही है। इसी सिलसिले में आज राजपुरा में बीजेपी नेताओं पर हुए हमले के विरोध में पंजाब भाजपा के सीनियर नेताओं ने आज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास के बाहर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया था। वहीं हंगामा बढ़ता देख मुख्यमंत्री तुरंत भाजपा नेताओं से मिलने पहुंचे। यह प्रदर्शन पंजाब भाजपा अध्यक्ष अश्विनी शर्मा की अगुवाई में हुआ और भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात भी की है।
बता दें कि एक घर में परिवार के साथ बंधक बनाए गए भाजपा नेताओं को पुलिस ने 12 घंटे से ज्यादा की कड़ी मशक्कत और उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप से सोमवार तड़के सुरक्षित छुड़ा लिया। यह घटना राज्य की राजधानी से करीब 40 किलोमीटर दूर राजपुरा कस्बे में हुई, जहां रविवार शाम राज्य महासचिव भूपेश अग्रवाल को एक घर में अन्य लोगों के साथ बंधक बना लिया गया। उप महानिरीक्षक विक्रमजीत दुग्गल के नेतृत्व में एक पुलिस दल बंधक नेताओं को बचाने और सुरक्षित निकालने के लिए मौके पर थे। रात भर स्थिति तनावपूर्ण बनी रही। भाजपा ने देर रात पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और अपने नेताओं की सुरक्षा के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की। न्यायमूर्ति सुवीर सहगल ने राज्य को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि अवैध रूप से हिरासत में लिए गए व्यक्तियों को ‘‘पर्याप्त सुरक्षा के साथ सुरक्षित निकास प्रदान किया जाए और उनमें से किसी को कोई नुकसान न पहुंचे। गौरतलब है कि, पंजाब और हरियाणा के किसान नए तीन कृषि कानूनों का लगभग एक वर्ष से विरोध कर रहे हैं।