आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी बूटियां हैं जो मनुष्य के पूरे स्वास्थ्य को पल भर में तंदरुस्त कर सकती है। गर्मी के मौसम में आज हम कुछ बातें गोंद कतीरा के बारे में करेंगे, जो पेड़ से निकलने वाला एक पीले रंग का गोंद होता है। यह हाँथ से छूने में चिपचिपा, बदबूदार और बेस्वाद होता है। इसकी तासीर ठंडी होती है इसलिये इसका सेवन गर्मियों में करना बेहद लाभकारी माना जाता है। गोंद कतीरे का प्रयोग कब्ज दूर करने, स्तन में वृद्धि, त्वचा रोग, शीघ्रपतन से छुटकारा या फिर प्रसव के बाद लगने वाली कमजोरी आदि के लिये किया जाता है। यही नहीं अगर किसी को हृदय रोग का खतरा है तो वह भी इसका प्रयोग किया जा सकता है।
देसी नीम-हकीम के अनुसार आइये जानें गोंद कतीरा की कुछ खास बातें, गोंद कतीरा में ढेर सारा प्रोटीन और फॉलिक एसिड पाया जाता है। इसके सेवन से शरीर को तुरंत ताकत मिलती है। इसे खाने से खून गाढ़ा होता है। 10 यां 20 ग्राम गोंद कतीरा को एक गिलास पानी या फिर दूध में भिगो कर रखें और फिर सुबह मिश्री मिलाकर शर्बत बनाकर पीए, गोंद कतीरा के सेवन से पुरुषों में खोई हुई यौन इच्छा बढ़ जाती है। इसके अलावा अनैच्छिक डिस्चार्ज या नाईट डिस्चार्ज को रोकने में मदद करता है। यदि आपके हाथ और पैरों में जलन होती है तो गोंद कतीरा के 2 चम्मच लेकर उसे 1 गिलास पानी में सोने से पहले भिगो दें। जब यह फूल जाए तब इसे में गुड की शकर मिक्स कर के खाएं। इसे शर्बत के तौर पर भी दिन में एक यां दो बार लिया जा सकता है। यह गर्मी में लगने वाली लू और हीट स्ट्रोक से बचाता है। गोंद कतीरा शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। गोंद कतीरा का शरीर में कोई साइड इफेक्ट नहीं होता। अधिक जानकारी के लिए आप किसी डाक्टर से भी परामर्श कर सकते है।