पंजाब में शिरोमणि अकाली दल बादल और बहुजन समाज पार्टी के बीच हुए चुनावी गठबंधन के बाद, पंजाब के राजनीतिक समीकरण कुछ बदलते दिखाईं दे रहे है।
बता दे कि पंजाब में आने वाले 2022 विधान सभा चुनावों को लेकर शिरोमणि अकाली दल बादल और बहुजन समाज पार्टी में पंजाब की 117 विधानसभा सीटों पर चुनावी गठबंधन हो चुका है। शिरोमणि अकाली दल 97 वें और बसपा 20 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
शिरोमणि अकाली दल और बसपा में हुए चुनावी गठबंधन के अनुसार जिला जालंधर में जालंधर नोर्थ, जालंधर वेस्ट और करतापुर विधान सभा यह तीन सीटे बसपा के कोटे में आईं है। बसपा ने अभी तक तीनों विधान सभा सीटों पर किसी भी उम्मीदवार की सार्वजनिक घोषणा नहीं की है। लेकिन वेस्ट विधान सभा जालंधर से कबीरपंथी भगत बिरादरी के एक बड़े नेता सैकड़े साथियों सहित बसपा टिकट के लिए दावेदारी पेश करनें की तैयारी में है। कयोंकि नेता जी का कहना हैं कि वेस्ट विधान सभा जालंधर में हमारी 40 हज़ार के करीब वोट है, इसलिए मैं बसपा टिकट के लिए दावेदारी पेश करनें वाला हूँ। नेता जी का कहना हैं कि बसपा को गठबंधन में मिलीं 20 विधानसभा सीटों में से कम से कम एक सीट कबीरपंथी भगत बिरादरी को देनी चाहिए, और यदि बसपा कबीरपंथी भगत बिरादरी को पंजाब की एक विधान सभा सीट देतीं हैं तों पंजाब में बसपा को निस्संकोच कबीरपंथी भगत बिरादरी का समर्थन मिल सकता है। लेेकिन नेता जी का कहना हैं कि अभी मेरा नाम लोगों में सार्वजनिक नहीं होना चाहिए। कयोंकि बहुत जल्द मैं बसपा ज्वाईन करनें वाला हूँ।