Bihar :- बिहार में नीतीश कुमार कीं नईं सरकार बनते ही कुछ दिलचस्प बातें सामनेे आ रही है। नई सरकार के मंंत्री- मंडल में आपराधिक छवि वाले कुछ नेताओं को प्ररथमिकता दी गई है।
बता दें कि चुनाव और चुनाव लड़ने वालों पर नज़र रखने वाली संस्था एडीआर के अनुसार 16 नवंबर को जिन 14 मंत्रियों को बिहार में शपथ दिलाई गई थी उनमें से आठ के ख़िलाफ़ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसका मतलब यह हुआ कि कैबिनेट के 57 फ़ीसद मंत्री आपराधिक छवि वाले है।
नए मंत्रीमंडल में कम से कम छह मंत्रियों के ख़िलाफ़ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। गंभीर मामले उन्हें कहा जाता है जो नॉन-बेलेबल होतें हैं, और जिनमें दोषी पाए जाने पर कम से कम पाँच साल से ज़्यादा की सज़ा हो सकती है।
आपराधिक छवि वाले मंत्रीयों में 2 जद-यू के ,4 बीजेपी के, और 1-1 हम और वीआईपी पार्टी के मंत्री हैं। इसके अलावा 14 मंत्रियों में से 13 मंत्री करोड़पति हैं। जद-यू के मेवालाल चौधरी सबसे अमीर मंत्री हैं, जबकि जद-यू के ही अशोक चौधरी सबसे ग़रीब मंत्री हैं। दिलचस्प बात यह है कि चार मंत्रियों ने केवल आठवी से बारहवीं तक पढ़ाई की है, जबकि 10 मंत्री ग्रेजुएट हैं या उससे अधिक पढ़ाई की है।