क्या होतीं है बवासीर :- बवासीर में मलाशय के भीतर या गुदा के आसपास सूजन होती है, जो रक्त वाहिकाओं की सूजन होती है। अधिकांश मामलों में बवासीर (Piles) हल्के होते हैं, जिससे ज्यादातर लोग इनसे बेखबर होते हैं। गंभीर मामलों में हालांकि मल के साथ चमकीले लाल रक्त और बार-बार खुजली के साथ दर्द होती रहती है।
कुछ लोग शरमिंदगी के कारण बवासीर के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श नहीं करते हैं। यह अनुमान है कि 50 वर्ष से अधिक आयु की लगभग आधी आबादी बवासीर से पीड़ित हो सकती है। इस स्थिति में आपका भोजन बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कुछ प्रकार के भोजन बवासीर को अति अधिक बढ़ावा देते है। और कुछ खाद्य पदार्थ इसे स्वाभाविक रूप से बेहतर भी बना सकते हैं।
आप बवासीर पीड़ित है यां नही लेकिन आपको 50 साल की उम्र के बाद हमेशा हल्का भोजन खाना जरूरी है। हल्का भोजन मल को नरम बनाता है, जिससे मल बाहर निकलने में आसान हो जाता है। ताज़ा पानी, हरी सब्जियां और फलों के रस के रूप में बहुत सारे तरल पदार्थ खाने के लिए भी महत्वपूर्ण होते है। अनाज में जैसे जौ, क्विनोआ, ब्राउन चावल, जई और फलियां आदि के माध्यम से आहार में उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
ब्रोकोली, फूलगोभी, केल, गोभी, तोरी, कद्दू, बेल मिर्च, ककड़ी आदि फलों और सब्जियों की एक किस्म खाएं। तरबूज, नाशपाती, सेब, केला जैसे फल भी खाएं।
बवासीर की स्थिति में यह खाने से करे बचाव जैसे लाल मिर्च, मीट मसाले, अधिक तेल या घी में बना हुआ खानां, मीट, मास, मछली आदि। अधिक तेल-मसाले वाले भोजन से बचना चाहिए, क्योंकि ये भोजन आपके पाचन-तंत्र को खराब करते हैं। अधिक नमकीन भोजन भी सूजन का कारण बनता है और बवासीर को गंभीर बनाता है। मसालेदार भोजन गुदा (पाखाना) में दर्द को बढ़ावा देते है और असुविधा का कारण बन सकता है। नशीले पदार्थों भी आपके मल को सूख कर आपके शारीरक दर्द को बढ़ा सकते हैं।