अवैध काॅलोनियों और अवैध बिल्डिंगों के कारण जालंधर शहर और शहर का नगर निगम जालंधर आए दिन सुर्खियों में रह्ता है। शहर में चर्चा है कि शहर की तमाम अवैध काॅलोनियां और अवैध बिल्डिंग नगर निगम जालंधर के बिल्डिंग विभाग की रहनुमाई और छत्रछाया में बन रहीं हैं। अवैध काॅलोनियों और अवैध बिल्डिंग को कुछ राजनीतिक लोगों का समर्थन भी मिल रहा है, और बदले में राजनीतिक लोगों को घर बैठे बैठाए हिस्सेदारी मिलतीं है।
ताज़ा मिलीं जानकारी के अनुसार जालंधर शहर में गाज़ीगुला रेलवे फाटक के नज़दीकी और FCI गोडाउन के पास एक 3 करोड़ कीं अवैध काॅलोनी कट रही है। यहाँ तीन लाख रुपये से लेकर 4 लाख रुपये मरला प्लाट बिक रहें हैं। लेकिन नगर निगम जालंधर का बिल्डिंग विभाग जान-बूझकर कुंभकर्ण की नींद में सोया हुआ है।
सूत्रो कीं मानें तों यह काॅलोनी बिना NOC के बन रहीं हैं। अवैध काॅलोनी का मालिक और अवैध काॅलोनी मालिक के करिंदे किसी भी प्रकार की जानकारी देने से घबराते है। लेेकिन जब हमनें अवैध काॅलोनी संबंधित जानकारी हासिल करनें के लिए नगर निगम जालंधर कमिश्नर करनेश शर्मा से बातचीत की तों पता चला कि, उनके पास इस अवैैध काॅलोनी संंबंधित कोई जानकारी नहीं है। नगर निगम जालंधर कमिश्नर अनुसार वह बहुत जल्द इस इलाके से संबंधित बिल्डिंग विभाग के इंस्पेक्टर और एटीपी से बात करेंगे और बनती कार्यवाही भी करेेंगे। कमिश्नर अनुसार बहुत जल्द अवैध निर्माण और अवैध कालोनियों के खिलाफ़, नगर निगम जालंधर की बिल्डिग ब्रांच गुप्त कार्यवाही करने वालीं है।