जालंधर :- बेटे को विदेश भेजने के चक्कर में पंजाब पुलिस के थानेदार सुरजीत सिंह ने गँवाए 23 लाख रुपये। फिल्लौर के गांव संत नगर के रहने वाले ASI सुरजीत सिंह ने पुलिस को बताया है कि उसका 22 साल का बेटा गुरप्रीत सिंह 11 वीं तक पढ़ा और बेरोजगार होने के कारण वह विदेश जाना चाहता था। उनके गांव के ही कुछ लोगों ने बताया कि कमलजीत कौर नामक एक युुुवती के IELTS में 6 बैंड है, वह विदेश जाना चाहती है लेकिन उसके पास विदेश जानेे के लिए पैसे नहीं हैै। हम आपके बेटे को शादी कमलजीत कौर से करवाकर उसको कैनेडा भेज देते है, लेकिन इसका सारा खर्चा आपको उठाना पड़ेगा। इस के बाद लड़की की मां कुलविंदर व अन्य रिश्तेदारों से मुलाकात हुई। वहां तय हो गया कि ASI अपने खर्चे पर कमलजीत को कनाडा भेज दे, तीन महीने बाद वो उसके बेटे गुरप्रीत को भी बुला लेगी।
दोनों परिवारों की आपसी सहमति से लड़की लड़के की शादी हो गई। फिर लड़की ने अपने ससुर थानेदार सुरजीत सिंह को फोन किया कि मुझे विदेश जाने के लिए अपनी फ़ाइल लगवानी है। इस लिए मुझे पैसे चाहिए, फिर बहु को विदेश भेजने के लिए थानेदार सुरजीत सिंह ने पर्सनल लोन लिया। उस वक्त लड़की ने पहले 5.50 लाख और फिर 4 लाख और लिए। इसके बाद टिकट बुक करवाने के लिए 70 हजार और लिए। इसके अलावा थानेदार सुरजीत सिंह ने अपनी सरकारी नौकरी से जमा जीपीएफ फंड से पैसे निकलवाकर भी खर्च कर दिए। कुछ दिन बाद थानेदार सुरजीत सिंह की बहू कनाडा चली गई। बहू ने कैनेडा पहुुंचते ही ससुराल पक्ष का फोन उठाना छोड़ दिया। जब इस बात की जानकारी थानेेेदार सुरजीत सिंह ने अपनी बहू के मायके वालों को दी तो उन्होंने कहा कि हमें अपनी बेटी कनाडा भेजनी थी, भेज दी है। कृपया हमें परेशान मत कीजिये। हमारा आपका कोई रिश्ता नही है। फिल्लौर पुुलिस ने जांच के बाद अब आरोपी मां-बेटी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।