आज सुबहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब माथा टेकने पहुँच गए। ख़ास बात यह है कि गुरुद्वारा साहिब की कमेटी को भी इस बात की कानो-कान ख़बर नहीं थी। उन्हें अचानक गुरुद्वारा परिसर में देखकर गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के लोग भी चौंक गए। पुलिस प्रसासन ने उनके गुरुद्वारे जाने को लेकर न तो सड़कों पर हाई सिक्योरिटी और न ही बैरेकेडिंग के इंतजाम किए गए थे। उन्होंने इस दौरान सिखों के नौवें गुरु तेगबहादुर जी को नमन किया।
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने पंजाब के किसानों की ओर से चलाए जा रहे आंदोलन के बीच अचानक गुरुद्वारा साहिब में पहुंचकर पंजाबीयों प्रेम का संदेश दिया है। हालांकि, भाजपा नेताओं का कहना है कि यह शुद्ध आस्था का मामला है। इसे किसी और नजरिए से नहीं देखा जाना चाहिए।
बता दे कि पंजाब कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता राज कुमार वेरका ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रकाबगंज गुरुद्वारा साहिब में नतमस्तक होने पर PM Modi को एक ढोंगी बताया है। राज कुमार वेरका का कहना हैं कि पीएम मोदी गुुरद्वारा साहिब में प्रधानमंत्री के रूप में नहीं, बल्कि अंबानी और अडानी के चौकीदार के रुप में नतमस्तक हुए हैं। गुरुद्वारा साहिब में उन्होनें अंबानी-अडानी की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिए ही अरदास की है। उन्होनें कहा कि अगर मोदी के दिलो-दिमाग में सची श्रद्धा और विश्वास है तो उन्हें तरुंत किसानों के पैरों में गिरकर माफ़ी मांग लेनी चाहिए। कयोंकि नया कृषि क़ानून किसानों के लिए आत्महत्या के समान है।