Punjab के जिला Jalandhar की वेस्ट विधानसभा में 10 जुलाई को होने वाले उपचुनाव की सरगर्मियां दिन-प्रतिदिन तेज़ होती जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस उपचुनाव में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रत्याशी मोहिंदर भगत और कांग्रेस पार्टी (Congress) प्रत्याशी सुरिंदर कौर में चल रहा है, हालांकि कुछ लोगों का यह भी कहना है कि भाजपा (BJP) प्रत्याशी शीतल अंगुराल भी इस चुनावी मुकाबला में किसी से कम नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार इस उपचुनाव में वोटरों की गिनती लगभग 1 लाख 80 हज़ार के करीब है, और 181 के करीब वोटिंग बूथों की संख्या है। ध्यान रहे कि यह विधानसभा सीट एक “आरक्षित सीट” है।
बता दें कि मोहिंदर भगत भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री भगत चूनी लाल के बेटे हैं, कुछ समय पहले भाजपा (BJP) छोड़कर आम आदमी पार्टी (AAP) में चले गए थे। आम आदमी पार्टी ने मोहिंदर भगत की मेहनत और ईमानदारी को देखते हुए, उन्हें अपनी पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मोहिंदर भगत बहुत ही शरीफ़ और ईमानदार छवि वाले व्यक्ति हैं। लोगों की सेवा में 24 घंटे हाज़िर रहते हैं। यदि किसी कारणवश मोहिंदर भगत घर में ना मिले तो, उनका बेटा अतुल भगत और उनका परिवार भी लोगों की सेवा में 24 घंटे हाजिर रहता है।
स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि दुःख की घड़ी में मोहिंदर भगत ने सैंकड़ो लोगों का सरकारी और गैर-सरकारी अस्पतालों में खुद के खर्चे से इलाज़ करवाया है, कुछ गरीब और जरूरतमंद लोगों के दाह-संस्कार से लेकर उनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और घर का खर्चा तक भी मोहिंदर भगत उठाते हैं। यहां तक कि यदि शहर में कोई भी धार्मिक प्रोग्राम यां किसी जरूरतमंद लड़कियों की शादी हो, तो वहां भी मोहिंदर भगत पीछे नहीं रहते, सबसे अधिक योगदान देते हैं। इसी कारण जालंधर के उपचुनाव में आप (AAP) उम्मीदवार मोहिंदर भगत का घर-घर मान-सम्मान हों रहा है, और इस मान-सम्मान को देखते हुए विरोधी पार्टियों के प्रत्याशी बेहद परेशान हो रहे हैं।