जालंधर शहर में ख़ुफ़िया तंत्र हुआ फ़ेल।
जालंधर शहर के कंपनी बाग़ में भाजपा को पंजाब सरकार के खिलाफ़ धरना-प्रदर्शन करना काफी महंगा पड़ा है। धरना-प्रदर्शन के कारण शहर की स्थिति तनावपूर्ण रही। शहर में भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन करते देखे गए। इस बीच भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन करने जा रहे कांग्रेसी वर्कर और नेताओं को पुलिस ने शास्त्री मार्केट चौक में रोकने की पुरी कोशिश की, लेकिन पुलिस और कांग्रेस वर्कर्स में धक्का-मुक्की हो गई। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस के बैरिकेड्स तोड़कर नारेबाजी करते रहे हैं।
बता दे कि दुसरी तरफ किसानों ने भी भाजपा के धरना-प्रदर्शन के खिलाफ़ प्रेस क्लब चौक में धरना लगा दिया। कांग्रेस और किसानों के हमलावर तेवरों से शहर का माहौल तनावपूर्ण बन गया। कांग्रेस और किसान संगठनों ने कंपनी बाग में भाजपा के धरने का जमकर विरोध किया। भाजपा नेताओं से सौ मीटर की दूरी पर एक तरफ किसान तो दूसरी तरफ कांग्रेसी धरने पर बैठ गए थे। मौके पर स्थिति काफी तनावपूर्ण थी। धक्का-मुक्की के बीच कई युवा कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस उन्हें बसों में भरकर धरना-प्रदर्शन से दुर ले गई। पुलिस ने कांग्रेसी कार्यकर्ता और किसानों को रोकने के लिए ट्रैक्टर, JCB मशीन समेत भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया था, लेकिन फिर भी कुछ किसान और कांग्रेसी कार्यकर्ता पुलिस केे बैैैैरिकेडस तोड़कल आगे निकल जानें में कामयाब रहे। शाम 3 बजे तक शहर की स्थिति तनावपूर्ण बनी रहीं।
पंजाब सरकार के विरुद्ध भाजपा के धरना-प्रदर्शन में पंजाब भाजपा प्रधान अश्विनी शर्मा के अलावा पूर्व मंत्री तीक्ष्ण सूद मनोरंजन कालिया समेत तमाम बड़े नेता पहुंचे हुए थे। भाजपा की तरफ से यह धरना कंपनी बाग चौक में लगाया गया था। इसमें पंजाब में बिगड़ती कानून व्यवस्था और सांसद रवनीत बिट्टू के विवादित बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा था।